कोटक के मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनियों की आय में 7.5% की वृद्धि हो सकती हैI
ऑटो
सितंबर की शानदार बिक्री के बाद ऑटो कंपनियों पर जानकार लगातार तेजी की राय रख रहे हैं। इस क्षेत्र की कंपनियों का मुनाफा 25% से ज्यादा बढ़ सकता है। कोटक ने इस क्षेत्र में मुनाफे (पीएटी) में 27% इजाफे का अनुमान जताया है। लेकिन चार पहिया यानी कार आदि के मुकाबले दोपहिया में ज्यादा तेज वृद्धि देखने को मिलेगी। हालाँकि कार बनाने के मामले में देश की अव्वल कंपनी मारुति ने कारों की बिक्री में तकरीबन 26% की वृद्धि इस तिमाही में दर्ज की है, लेकिन यात्री कारों की कुल बिक्री में महज 2% का इजाफा देखा गया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक बिक्री के जोर पकडऩे के संकेत बहुत स्पष्ट हैं और वाहनों के लिए कल पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को भी इस सुधार का पूरा फायदा मिलेगा। त्योहारी माँग ने कंपनियों को राहत दी और सरकार ने एक्साइज में कटौती को इस साल दिसंबर के अंत तक बढ़ा कर उन्हें एक और सौगात दे दी, जिसका पूरा असर इस बार के नतीजों में दिखेगा।
बैंकिंग
इस क्षेत्र में खास कर सरकारी बैंकों के नतीजे काफी खराब रह सकते हैं। माना जा रहा है कि बैंकिंग क्षेत्र लगातार दिक्कतों में फँसा हुआ है। कोयला ब्लॉकों का आवंटन रद्द होने के बाद बैंकों के एनपीए बढऩे की आशंका पैदा हो गयी है।
कंज्यूमर गुड्स
जानकार मानते हैं कि तिमाही-दर-तिमाही के आधार पर कंपनियों के नतीजों में कुछ दबाव रह सकता है।
सीमेंट
सीमेंट एक ऐसा क्षेत्र है, जो इस बार हैरान कर सकता है। पिछले काफी समय से रियल्टी में मंदी छाने और बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के अटकने के कारण निर्माण में सुस्ती थी, जिसका असर सीमेंट क्षेत्र की कंपनियों पर दिख रहा था। लेकिन इस बार उत्पादन में करीब 10.4% इजाफा दर्ज किया गया है और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को हाल में खत्म तिमाही के दौरान देश भर में सीमेंट के उठान में 11.3% की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है। हालाँकि सीमेंट की कीमतें उत्तर भारत में मामूली गिरी हैं, लेकिन दक्षिण भारत में कीमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला, जिसके कारण कंपनियों के बही-खातों पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का अनुमान है कि इस तिमाही में सीमेंट क्षेत्र की आय में 15.7% की बढ़ोतरी दिखेगी।
आईटी
10 अक्टूबर को इन्फोसिस के नतीजे के साथ ही नतीजों के मौसम की शुरुआत हो रही है। क्षेत्र के जानकार मानते हैं कि दूसरी तिमाही अक्सर आईटी कंपनियों के लिए शानदार रहती है। कोटक और आईसीआईसीआई को टीसीएस से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। उसकी तुलना में इन्फोसिस और विप्रो में वृद्धि की रफ्तार कुछ कम रह सकती है।
फार्मा
कमोबेश सभी की उम्मीदें काफी ज्यादा हैं और आईटी के साथ इसका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहने के अनुमान जताये जा रहे हैं। फार्मा कंपनियों के मुनाफे में 17% की वृद्धि रह सकती है।
दूरसंचार
बेस इफेक्ट के चलते दूरसंचार कंपनियों के मुनाफे में 140% तक की मजबूती देखने को मिल सकती है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को उम्मीद है कि दूरसंचार क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन करेगा।
(निवेश मंथन, अक्टूबर 2014)