मोनल देसाई, वीपी, कोजेन्सिस
भारतीय पूँजी बाजारों के लिए मॉनसून और पूँजीगत व्यय चक्र एवं
मोनल देसाई, वीपी, कोजेन्सिस
भारतीय पूँजी बाजारों के लिए मॉनसून और पूँजीगत व्यय चक्र एवं निजी निवेश का न बढऩा सबसे बड़ी चिंता के विषय हैं। आपूर्ति पक्ष के संदर्भ में सरकार की नीतियों और प्रक्रियाओं में कसावट और आगे होने वाले सुधार सकारात्मक पहलू हैं। मुझे लगता है कि ब्रेक्सिट का तत्काल कोई प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। बाजार फिलहाल स्थिर हो रहे हैं और सभी नकारात्मक बातों को सोख रहे हैं। अच्छे मॉनसून और विकास दर में तेजी के संकेत मिलते ही बाजार तेज होगा। पहली तिमाही के नतीजे सुस्त रहेंगे और इनमें 0-5% की वृद्धि दिख सकती है।