के. के. मित्तल, वीपी, वीनस इंडिया एसेट फाइनेंस
संसद में गतिरोध, मॉनसून, महँगाई, जमीनी स्तर पर सुधारों पर अमल
के. के. मित्तल, वीपी, वीनस इंडिया एसेट फाइनेंस
संसद में गतिरोध, मॉनसून, महँगाई, जमीनी स्तर पर सुधारों पर अमल और स्पष्टता का अभाव, तेल और कमोडिटी में फिर उछाल और ब्रेक्सिट का असर भारतीय बाजार के लिए चिंता की मुख्य बातें हैं। दूसरी ओर कमोडिटी और कच्चे तेल की कम कीमतें, सुधारों की घोषणाएँ, बेहतर मॉनसून के अनुमान और संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने का सरकार का इरादा सकारात्मक बातें हैं। अगले कुछ हफ्तों में बाजार अस्थिर होने की आशंका है। पूँजी का रुख सोना या अमेरिकी ट्रेजरी की ओर हो सकता है।