रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड के अपने नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर 2011 तिमाही में 2983 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड घाटा हुआ है। पिछले वर्ष 2010 की इसी तिमाही में कंपनी को 97.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। हालाँकि कंपनी की कुल आमदनी में बढ़ोतरी हुई है।
इस अक्टूबर-दिसंबर 2011 तिमाही में कंपनी को 3955 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि पिछले वर्ष 2010 की इसी तिमाही में यह 2223 करोड़ रुपये थी। अगर कंपनी के सालाना नतीजों पर नजर डालें, तो कैलेंडर साल 2011 में कंपनी का कंसोलिडेटेड घाटा 2899.7 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले कैलेंडर साल 2010 में यह 1497 करोड़ रुपये था। हालाँकि कंपनी की आमदनी में वृद्धि हुई है। कैलेंडर साल 2011 में कंपनी का सालाना कुल आय 10595 करोड़ रुपये का रहा, जबकि कैलेंडर साल 2010 में सालाना कुल आय 9381 करोड़ रुपये था। आनंदराठी सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में रैनबैक्सी का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 505 रुपये रखते हुए इसे होल्ड रेटिंग दी, यानी मौजूदा शेयरधारकों को इसे रखने की सलाह दी है।
टाटा मोटर्स का मुनाफा बढ़ा
टाटा मोटर्स के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 40.5% में बढ़ोतरी हुई है। 2011-12 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इसे 3406 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2424 करोड़ रुपये रहा था। 31 दिसंबर 2011 को खत्म हुए साल में कंपनी की शुद्घ बिक्री 31,441 करोड़ रुपये से बढ़ कर 45,199 करोड़ रुपये रही।
इस दौरान कंपनी की कुल आमदनी 31,451 करोड़ रुपये से बढ़ कर 45,284 करोड़ रुपये रही। यूनिकॉन फाइनेंशियल ने नतीजों के बाद जारी अपनी रिपोर्ट में टाटा मोटर्स का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 315 रुपये रखते हुए इसे होल्ड रेटिंग दी, यानी मौजूदा शेयरधारकों को इसे रखे रहने की सलाह दी है।
डीएलएफ का तिमाही मुनाफा 31% घटा
रियल एस्टेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी डीएलएफ का तिमाही कंसोलिडेटेड मुनाफा ठीक पिछली तिमाही के 372.41 करोड़ रुपये से घट कर 258.35 करोड़ रुपये हो गया है। इस तरह मुनाफे में तिमाही-दर-तिमाही 31% कमी आयी है। अगर 2010-11 की तीसरी तिमाही से तुलना करें तो मुनाफे में 44.52% की कमी आयी है। कंपनी की कुल आमदनी पिछली तिमाही के 2577 करोड़ रुपये से 7% घट कर 2396 करोड़ रुपये रह गयी। इसमें साल-दर-साल 8% की कमी आयी है। इसकी तिमाही प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1.52 रुपये रही है। केआर चोकसी सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में डीएलएफ को बेचने की सलाह देते हुए इसका लक्ष्य भाव 209 रुपये बताया है।
एसबीआई को 4318 करोड़ का मुनाफा
अक्टूबर-दिसंबर 2011 तिमाही में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीर्आ) को 4318 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ है। बैंक को पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में 3710 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। बीती तिमाही में बैंक की कुल आय 43156 करोड़ रुपये रही है। कारोबारी साल 2010-11 की तीसरी तिमाही में इसकी कुल आय 36967 करोड़ रुपये रही थी।
हालाँकि इस तिमाही के आँकड़े पिछले वर्ष की तिमाही के आँकड़ों से तुलनीय नहीं है। ब्रोकिंग फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में एसबीआई का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 2381 रुपये रखते हुए जमा करें की सलाह दी है।
ग्लैक्सो फार्मा के मुनाफे में 18% इजाफा
ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स के मुनाफे में 18% की बढ़ोतरी हुई है। अक्टूबर-दिसंबर 2011 की तिमाही में 137 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले अक्टूबर-दिसंबर 2010 की इसी तिमाही में यह 116 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आमदनी में भी वृद्धि हुई है।
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय 578 करोड़ रुपये रही है, जबकि पिछले साल इस अवधि में यह 501 करोड़ रुपये रही थी। अगर कंपनी के सालाना नतीजों पर नजर डालें, तो कैलेंडर साल 2011 में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 429 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले कैलेंडर साल 2010 में यह 561 करोड़ रुपये था। हालाँकि कंपनी की आमदनी में वृद्धि हुई है। कैलेंडर साल 2011 में कंपनी का सालाना कुल आय 2414 करोड़ रुपये का रहा, जबकि कैलेंडर साल 2010 में सालाना कुल आय 2182 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने लाभांश की घोषणा भी की है। कंपनी के इक्विटी शेयरों पर 45 रुपये प्रति शेयर लाभांश दिया जायेगा। एमके शेयर ने अपनी रिपोर्ट में ग्लैक्सो फार्मा के शेयर को कम करने की सलाह दी है। इसका लक्ष्य भाव 1914 रुपये दिया है।
बीपीसीएल का मुनाफा बढ़ा
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के मुनाफे में 158% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। कंपनी को कारोबारी साल 2011-12 की तीसरी तिमाही में 3140 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पिछले वर्ष 2010 की इसी तिमाही में कंपनी को 187 करोड़ रुपये का मुनाफा मिला था। कंपनी की कुल आमदनी में भी 60% की अच्छी बढ़ोतरी हुई है।
इस अक्टूबर-दिसंबर 2011 तिमाही में कंपनी को 59,263 करोड़ रुपये की कुल आय हुई, जबकि पिछले वर्ष 2010 की इसी तिमाही में यह 36,996 करोड़ रुपये थी। हालाँकि इन शानदार नतीजों के बावजूद इसके भविष्य पर संशय कायम है। एसएपी सिक्योरिटीज ने इन नतीजों पर जारी अपनी ताजा रिपोर्ट में बीपीसीएल का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 723 रुपये रखते हुए इसे होल्ड रेटिंग दी, यानी मौजूदा शेयरधारकों को इसे रखने की सलाह दी है।
जिंदल स्टील का मुनाफा बढ़ा
कारोबारी साल 2011-12 की तीसरी तिमाही में जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड का कंसोलिडेटेड मुनाफा 6.5% की हल्की दर से बढ़ पाया है। अक्टूबर-दिसंबर 2011 की तिमाही में कंपनी का मुनाफा 996.68 करोड़ रुपये रहा है, जबकि इससे पिछले साल की इसी अवधि में इसका मुनाफा 935.43 करोड़ रुपये का रहा था।
हालाँकि इस दौरान कंपनी की कुल आय में अच्छी वृद्धि हुई है। 31 दिसंबर 2011 को खत्म हुई तिमाही में इसकी कुल आमदनी 4400.26 करोड़ रुपये रही है, जबकि साल 2010-11 की तीसरी तिमाही में इसकी आमदनी 3182.70 करोड़ रुपये रही थी। इस तरह कुल आय ३८% बढ़ी है। ब्रोकिंग फर्म इंडिया इन्फोलाइन ने अपनी रिपोर्ट में जिंदल स्टील का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 671 रुपये रखते हुए इसे खरीद रेटिंग दी है।
यूनिटेक का मुनाफा घटा
देश में रियल एस्टेट क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी यूनिटेक लिमिटेड के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 50.4% की कमी आयी है। कारोबारी साल 2011-12 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा घट कर 55.22 करोड़ रुपये रह गया है, जबकि अक्टूबर-दिसंबर 2010 में इसका मुनाफा 111.36 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। इस तरह कंपनी का तिमाही मुनाफा घट कर आधा रह गया।
इस दौरान कंपनी की कुल आमदनी में भी कमी आयी है। कंपनी की कुल आमदनी अक्टूबर-दिसंबर 2010 के 677.89 करोड़ रुपये से १९.३% घट कर इस तिमाही के दौरान 547.32 करोड़ रुपये हो गयी है। हालाँकि इन कमजोर नतीजों के बावजूद ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में यूनिटेक का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 42 रुपये रखते हुए इसे खरीद रेटिंग दी है।
आरकॉम का मुनाफा घटा
अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 61.25% की कमी आयी है। 31 दिसंबर को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा घट कर 186 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि अक्टूबर-दिसंबर 2010 में इसका मुनाफा 480 करोड़ रुपये का था। हालाँकि इस दौरान कंपनी की कुल आय में बढ़ोतरी हुई है। कंपनी की कुल आय अक्टूबर-दिसंबर 2010 के 5004 करोड़ रुपये से बढ़ कर इस तिमाही के दौरान 5052 करोड़ रुपये हो गयी है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में आरकॉम को बेचने की सलाह देते हुए इसका लक्ष्य भाव 84 रुपये बताया है।
भारती एयरटेल का मुनाफा 22% घटा
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल लिमिटेड ने नतीजों का ऐलान कर दिया है। 31 दिसंबर 2011 को खत्म तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 1303 करोड़ रुपये से 22% घट कर 1011 करोड़ रुपये रह गया।
हालाँकि इस दौरान कंपनी की कुल आय 15,782 करोड रुपये से 17.3% बढ़कर 18,508 करोड़ रुपये हो गयी। बीती तिमाही में कंपनी को ऊँची ब्याज दरों की वजह से भी दबाव झेलना पड़ा है। एमके शेयर ने अपनी रिपोर्ट में भारती एयरटेल का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 412 रुपये रखते हुए एकम्युलेट यानी जमा करने की सलाह दी है।
टाटा पावर का मुनाफा घटा
कारोबारी साल 2011-12 की तीसरी तिमाही में टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 41% की कमी आयी है। अक्टूबर-दिसंबर 2011 तिमाही में कंपनी का मुनाफा 262.67 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी को 442.37 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। हालाँकि कंपनी की कुल आय में बढ़ोतरी हुई है। अक्टूबर-दिसंबर 2011 में कंपनी की कुल आय 7115.69 करोड़ रुपये रही। पिछले साल की समान अवधि में यह 4519.18 करोड़ रुपये रही थी। ब्रोकिंग फर्म प्रभुदास लीलाधर ने अपनी रिपोर्ट में टाटा पावर का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 113 रुपये रखते हुए जमा करने की सलाह दी है।
शानदार मुनाफे में कोल इंडिया
कोल इंडिया लिमिटेड के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 54% बढ़ोतरी हुई है। कारोबारी साल 2011-12 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 4038 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले अक्टूबर-दिसंबर 2010 की इसी तिमाही में यह 2626 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय में भी बढ़ोतरी हुई है। इस तिमाही में कंपनी की कुल आय 17205 करोड़ रुपये रही है, जबकि पिछले साल इस अवधि में यह 13937 करोड़ रुपये रही थी। ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कोल इंडिया का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 392 रुपये रखते हुए इसे खरीद रेटिंग दी है।
ओएनजीसी का मुनाफा घट कर 6741 करोड़ रुपये
2011-12 की तीसरी तिमाही में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड का मुनाफा 5% घट कर 6741 करोड़ रुपये रह गया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह 7083 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की कुल आय पिछले साल की समान अवधि के 21473 करोड़ रुपये से घट कर 2011-12 की तीसरी तिमाही में 19475 करोड़ रुपये रही है। एसएपी सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में ओएनजीसी का 12 महीनों का लक्ष्य भाव 328 रुपये रखते हुए इसे खरीद रेटिंग दी है।
(निवेश मंथन, मार्च 2012)