आम चुनावों की दुंदुभी बज चुकी है और राजनीतिक सरगर्मियाँ अपने चरम पर हैं।
विभिन्न एजेंसियों के सर्वेक्षणों से तीन बातें साफ हैं। पहली, कांग्रेस की वापसी की राह काफी मुश्किल है। दूसरी, नरेंद्र मोदी की लहर पर सवार एनडीए पिछले चुनावों के मुकाबले काफी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। हालाँकि यह गठबंधन भी बहुमत से पहले ही अटकता दिख रहा है। तीसरी बात, भावी केंद्र सरकार में जयललिता, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक जैसे क्षेत्रीय क्षत्रपों की भूमिका अहम होगी।
हमने अब तक आये प्रमुख सर्वेक्षणों का सर्वेक्षण किया। इसके मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोलहवीं लोक सभा में 203 सदस्यों के साथ सबसे बड़े दल के तौर पर उभर रही है। भाजपा-नीत एनडीए गठबंधन को 227 सीटें मिल सकती हैं। लगातार दस सालों से सत्तासीन यूपीए से लोगों की नाराजगी खुल कर सामने आ रही है। इस गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस अब तीन अंकों में पहुँच पाने के लिए जूझ रही है। सर्वेक्षणों के इस सर्वेक्षण में कांग्रेस को 98 और यूपीए को 125 सीटें मिलती दिख रही हैं। नयी-नवेली आम आदमी पार्टी (आप) को पूरे देश में कुल मिला कर महज पाँच सीटें मिल सकती हैं।
उत्तर भारत में भाजपा के प्रति लोगों का आकर्षण साफ दिखता है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (80 सीटें) में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर रही है। एसी नीलसन के अनुसार उत्तर प्रदेश में भाजपा को 38, बसपा को 17, सपा को 12 और कांग्रेस को 7 सीटें मिल सकती हैं। हंसा रिसर्च के अनुसार उत्तर प्रदेश में भाजपा को 40, बसपा को 15, सपा को 13 और कांग्रेस-रालोद को 12 सीटें मिल सकती हैं। हालाँकि सी-वोटर के सर्वे में सपा और बसपा की स्थिति अन्य सर्वेक्षणों से बेहतर दिख रही है। इसने सपा को 20 और बसपा को 21 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया है, जबकि भाजपा को 34 सीटें।
राजस्थान में एसी नीलसन की राय में भाजपा को 20 और कांग्रेस को 5 सीटें मिलने का अनुमान है। हंसा रिसर्च के अनुसार यहाँ भाजपा को 19 और कांग्रेस को 5 सीटें मिल सकती हैं। एसी नीलसन की मानें तो उत्तराखंड की सभी 5 सीटों और हिमाचल प्रदेश की सभी 4 सीटों पर भाजपा जीत सकती है। एसी नीलसन ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को 3, भाजपा को 3 और कांग्रेस को 1 सीटें दी हैं। हालाँकि हंसा रिसर्च ने यहाँ आम आदमी पार्टी को 4, भाजपा को 2 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने की बात कही है।
दक्षिणी राज्यों में कर्नाटक में भाजपा मजबूत दिख रही है। एसी नीलसन के अनुसार यहाँ भाजपा को 15 और कांग्रेस को 10 सीटें मिलेंगी। हंसा रिसर्च ने राज्य में एनडीए को 20 और यूपीए को 6 सीटें मिलने का अनुमान जताया है। केरल में कांग्रेस की स्थिति बेहतर है। एसी नीलसन के अनुसार यहाँ कांग्रेस को 8 और सीपीएम को 5 सीटें मिल सकती हैं। हंसा रिसर्च ने यहाँ यूपीए को 13 और वाम दलों को 7 सीटें दी हैं।
तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक का पलड़ा भारी है। एसी नीलसन के अनुसार 39 सीटों वाले इस राज्य में करुणानिधि के द्रमुक को 10 सीटें और कांग्रेस को 1 सीट मिलती दिख रही है। जयललिता के अन्नाद्रमुक को 21 सीटें मिल सकती हैं। सी-वोटर और हंसा रिसर्च के सर्वे में अन्नाद्रमुक को 27 सीटें मिलने की संभावना जतायी गयी है। आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस की स्थिति सबसे अच्छी लग रही है। एसी नीलसन ने यहाँ वाईएसआर कांग्रेस को 17, कांग्रेस को 9, टीआरएस को 7 और टीडीपी को 7 सीटें दी हैं। दूसरी ओर सी-वोटर के अनुसार राज्य में वाईएसआर कांग्रेस को 13 सीटें मिलती दिख रही हैं। हंसा रिसर्च ने वाईएसआर कांग्रेस को 15 और टीआरएस को 11 सीटें दी हैं।
बिहार में भाजपा की स्थिति बेहतर है। एसी नीलसन के अनुसार बिहार में भाजपा को 19, राजद को 10, जद यू को 6 और कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती हैं। हालाँकि हंसा रिसर्च के अनुसार यहाँ एनडीए को 23, राजद को 8, जदयू को 5 और कांग्रेस को 3 सीटें मिलने की संभावना है।
प. बंगाल में टीएमसी बाकी दलों को काफी पीछे छोड़ रही है। एसी नीलसन के अनुसार यहाँ टीएमसी को 28, वाम दलों को 11, कांग्रेस को 2 और भाजपा को 1 सीट मिल सकती है। हालाँकि टीएमसी को सी-वोटर के अनुसार यहाँ 24 सीटें और हंसा रिसर्च के अनुसार 32 सीटें मिलने की संभावना है। एसी नीलसन के अनुसार झारखंड में भाजपा को 10, झामुमो को 1 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने का अनुमान है। हालाँकि हंसा रिसर्च ने यहाँ भाजपा को केवल 6 सीटें दी हैं। उड़ीसा में बीजद सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती दिख रही है। एसी नीलसन के अनुसार यहाँ बीजद को 17, भाजपा को 2 और कांग्रेस को 2 सीटें मिल सकती हैं।
पश्चिमी राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र में स्थितियाँ एनडीए के पक्ष में जाती दिख रही हैं। एसी नीलसन के सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र में भाजपा को 19, शिव सेना को 12, कांग्रेस को 8 और एनसीपी को 5 सीटें मिलने की संभावना है। हंसा रिसर्च के सर्वे में यहाँ एनडीए को 33 (शिव सेना को 13) और यूपीए को 12 सीटें मिलती दिख रही हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में भाजपा का बोलबाला दिख रहा है। एसी नीलसन के अनुसार मध्य प्रदेश में भाजपा को 23 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस महज 5 सीटों पर सिमट सकती है। हालाँकि हंसा रिसर्च के अनुसार यह स्थिति 24 और 4 की रह सकती है। गुजरात की भी कमोबेश यही स्थिति है। एसी नीलसन के अनुसार यहाँ भाजपा को 21 और कांग्रेस को 5 सीटें मिल सकती हैं। हंसा रिसर्च ने यहाँ भाजपा को 23 और कांग्रेस को 3 सीटें दी हैं। एसी नीलसन और हंसा रिसर्च दोनों के अनुसार छत्तीसगढ़ में भाजपा को 9 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है, जबकि कांग्रेस को केवल 2 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।
(निवेश मंथन, अप्रैल 2014)