बैंकों द्वारा ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के खातों की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।
इस लेख में हम उन दो खातों के बारे में बता रहे हैं जो खाताधारकों के लिए बेहद उपयोगी होते हैं।
बचत खाते के फायदे
आम तौर पर वे लोग बचत खाता खोलते हैं जिनकी एक नियमित आमदनी होती है। लेकिन इनके अतिरिक्त वरिष्ठ नागरिकों, पेंशनभोगियों और छात्रों को भी यह खाता खोलने की अनुमति होती है। बचत खाते का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह लोगों में छोटी-छोटी बचत करने की आदत विकसित करता है। यह खाता महज 100 रुपये से भी खोला जा सकता है। जहाँ इस खाते के माध्यम से एक ओर छोटी बचत करने की सहूलियत मिलती है, वहीं दूसरी ओर खाताधारक को इस पर मामूली ब्याज भी हासिल होता है। इस खाते पर न्यूनतम चार प्रतिशत सालाना की दर से ब्याज उपलब्ध होता है।
चालू खाते के फायदे
यह खाता मुख्यत: कारोबारियों के लिए होता है। इस खाते से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खाताधारक दिन में अनगिनत बार लेन-देन कर सकते हैं। ऐसे में खास तौर पर उन लोगों के लिए होता है जिनको दिन भर में कई बार लेन-देन करना होता है यानी दिन में कई बार उनके खाते में पैसे आते हैं और कई बार खाते से पैसे निकलते भी हैं। ऐसे में यह खाता किसी पार्टनरशिप फर्म, निजी फर्म, ट्रस्ट, प्रोपराइटर आदि के लिए उपयोगी होता है। यह खाता किसी कारोबारी को उसका दैनिक बैंकिंग कारोबार सहूलियत के साथ करने में मददगार होता है। इस खाते की मदद के बिना कारोबारियों को अपने कारोबार को चलाने में काफी दिक्कत हो सकती है।
हालाँकि इस खाते पर मिलने वाले ब्याज की दर उस खाते में जमा राशि पर निर्भर करती है। कुछ बैंक इस खाते पर छह प्रतिशत सालाना की दर से भी ब्याज दे रहे हैं यदि उस खाते में एक लाख रुपये से अधिक राशि जमा है। इस खाते के धारक को मिलने वाली पास बुक उस खाताधारक के लिए पहचान पत्र और आवास प्रमाण पत्र के तौर पर भी काम करती है।
इसके साथ मिले डेबिट कार्ड के माध्यम से खाताधारक ऑनलाइन शॉपिंग कर सकता है। इसके अलावा बचत खाताधारकों को एटीएम सुविधा, चेक सुविधा, इंटरनेट बैंकिंग, फंड ट्रांसफर और कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। बचत खातों की प्रकृति निरंतरता की होती है। इसमें खाता धारण की कोई अधिकतम अवधि नहीं होती। इस खाते को कायम रखने के लिए यह आवश्यक होता है कि इसमें हमेशा एक न्यूनतम राशि बनी रहे। इस खाते पर कोई ऋण सुविधा उपलब्ध नहीं होती। हालाँकि चालू खाते की मदद से आवास ऋण, निजी ऋण, वाहन ऋण आदि की ईएमआई अदा की जा सकती है।
इस खाते में एक न्यूनतम राशि बनाये रखना जरूरी होता है। गौरतलब है कि बचत खाते के मुकाबले चालू खाते में अधिक राशि जमा कर रखनी होती है। चालू खाते की एक अहम बात यह है कि इस खाते में जमा रकम पर कोई ब्याज नहीं मिलता। इस खाते के साथ कारोबारी को ओवरड्राफ्ट सुविधा मिलती है। कारोबारी अपने चालू खाते से बिना किसी सीमा के धनराशि निकाल सकते हैं। जिस शाखा में यह खाता खोला गया है उसमें बिना किसी सीमा के धनराशि जमा भी की जा सकती है। आम तौर पर एक छोटा शुल्क दे कर अन्य शाखाओं में भी ऐसा किया जा सकता है।
इस खाते के साथ इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, फंड ट्रांसफर आदि सुविधाएँ भी बैंक मुहैया कराते हैं, जिनसे कारोबारियों को लेन-देन में सहूलियत होती है। इसके अतिरिक्त उस खाताधारक के ऋणदाता उस व्यक्ति की ऋणपात्रता से संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं। साथ ही चालू खाते के जरिये खाताधारक अपने ऋणदाताओं को डिमांड ड्राफ्ट, चेक आदि के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
(निवेश मंथन, मार्च 2014)