यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने चार मंजिला आवासीय योजना का ड्रॉ निकाल दिया है।
ड्रॉ में सफल हुए 4,425 लोगों को तीन साल में फ्लैटों पर कब्जा मिलेगा। इन फ्लैटों का निर्माण सेक्टर-22 डी में किया जायेगा। अथॉरिटी सफल आवंटियों के नाम और फ्लैट के नंबर की लिस्ट अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर देगी। इस योजना में 12,936 लोगों ने आवेदन किया था। इसमें किसानों के लिए 788 फ्लैट सुरक्षित किये गये थे, लेकिन किसानों ने रुचि नहीं दिखायी। मात्र 6 किसानों ने ही आवेदन किया। इन किसानों को सफल आवेदक घोषित कर दिया गया। विकलांग कोटे में भी 4 लोगों ने आवेदन किया था, उन्हें भी सफल आवेदक घोषित कर दिया गया।
आम्रपाली की रेडी टू मूव परियोजनाएँ
अगर आप नये साल में गृह प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आम्रपाली ग्रुप रेडी टू मूव श्रेणी में विकल्प पेश कर रहा है। आम्रपाली के तीन प्रोजेक्ट आम्रपाली सफायर, आम्रपाली इडेन पार्क और आम्रपाली जोडिएक में 2 बीएचके, 3 बीएचके, 4 बीएचके फ्लैट और पेंट हाउस उपलब्ध हैं। आम्रपाली सफायर प्रोजेक्ट नोएडा के सेक्टर 45 में स्थित है। यहाँ पर 2 बीएचके, 3 बीएचके, 4 बीएचके फ्लैट और पेंट हाउस उपलब्ध हैं। कंपनी ने इसकी कीमत 7000 रुपये प्रति वर्ग फुट तय की है। आम्रपाली इडेन पार्क प्रोजेक्ट नोएडा के सेक्टर 50 में स्थित है। कंपनी ने इसकी कीमत 7600 रुपये प्रति वर्ग फुट तय की है। यहाँ पर 2 बीएचके और 3 बीएचके फ्लैट उपलब्ध हैं। आम्रपाली जोडिएक प्रोजेक्ट नोएडा के सेक्टर 120 में स्थित है। यहाँ पर 2 बीएचके, 3 बीएचके, 4 बीएचके फ्लैट और पेंट हाउस उपलब्ध हैं। कंपनी ने इसकी कीमत 5300 रुपये प्रति वर्ग फुट तय की है।
नीमराना में एट्रियम परियोजना प्रारंभ
राजस्थान के जिला अलवर में स्थित नीमराना में उत्कृष्ट ग्रुप ने द एट्रियम के नाम से परियोजना शुरू की है। इसमें व्यावसायिक स्थान (कॉमर्शियल स्पेस) में स्टूडियो अपार्टमेंट भी निर्मित किये जायेंगे। उत्कृष्ट ग्रुप का कहना है कि परियोजना के तहत तीन एकड़ जमीन पर विश्वस्तरीय कॉमर्शियल मॉल, 115 स्टूडियो अपार्टमेंट, नौ फूड कोर्ट, मल्टीप्लेक्स व 367 दुकानें तैयार की जायेंगे। इसमें थ्री स्क्रीन मल्टीप्लेक्स, स्विमिंग पूल, जिम, टैरेस गार्डन और बड़ी पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध होगी। इसका रखरखाव खर्च बेहद कम रखा गया है। पिछले कुछ सालों में नीमराना तेजी के साथ इंडस्ट्रियल हब के रूप में अपनी जगह बना रहा है।
कंपनी 8250 रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से बिक्री कर रही है। हालाँकि कीमत विभिन्न फ्लोर के हिसाब से ऊपर-नीचे हो सकती है। कंपनी इस परियोजना को साल 2017 तक पूरा करने की बात कह रही है।
नयी परियोजनाओं की संख्या घटी
साल 2013 के दौरान भारत के प्रमुख शहरों में नयी आवासीय परियोजनाओं के आरंभ में 12% की कमी आयी है। यह कहना है अंतरराष्ट्रीय रियल एस्टेट सॉल्युशंस कुशमैन ऐंड वैकफील्ड की रिपोर्ट का। रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 39% की गिरावट चेन्नई में रही है, जबकि इसके बाद एनसीआर में 33% गिरावट रही है। साल 2013 में देश में प्रमुख आठ शहरों में कुल 1,72,500 फ्लैट पेश किये गये। इस दौरान बेंगलूरु में सबसे अधिक आवासीय परियोजनाओं को लांच किया गया। इस साल में बेंगलूरु शहर में 15%, मुंबई में 6% और कोलकाता में 3% की बढ़ोतरी हुई, जबकि पुणे में 20% और अहमदाबाद में 5% की गिरावट आयी। नयी आवासीय परियोजनाओं में दिल्ली और मुंबई की हिस्सेदारी 65% रही। कुशमैन ऐंड वैकफील्ड का कहना है, ‘मौजूदा आर्थिक स्थिति में खरीदार और डेवलपर दोनों न केवल आवासीय रियल एस्टेट में सतर्कता बरत रहे हैं, बल्कि सभी वर्ग के रियल एस्टेट में वे काफी सतर्क हैं।'
(निवेश मंथन, जनवरी 2014)