यशीश दहिया, सीईओ, पॉलिसी बाजार :
स्वास्थ्य बीमा या मेडिक्लेम योजनाएँ आपातकालीन स्थितियों में चिकित्सा खर्चों के प्रति सुरक्षा देती हैं।
ये आपके अस्पताल में भर्ती होने और अन्य चिकित्सा खर्चों का भुगतान करती हैं। इस तरह की योजनाएँ चिकित्सकीय आपात स्थिति या दुर्घटना की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा मुहैया कराती हैं। स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय हम अक्सर दुविधा में पड़ जाते हैं कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा या पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा (फेमिली फ्लोटर) में से किसे खरीदा जाये।
व्यक्तिगत बीमा योजना :
व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा योजना किसी एक व्यक्ति की स्वास्थ्य बीमा जरूरतें पूरी करती है। व्यक्तिगत बीमा खरीदने के लिए एक व्यक्ति को सामान्य तौर पर स्वास्थ्य से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने के साथ एक चिकित्सा परीक्षण से गुजरना पड़ता है, ताकि बीमा कंपनी को आपके स्वास्थ्य की मौजूदा स्थिति का सबूत मिल सके। बीमा कंपनी आवेदक की निजी आदतों, स्वास्थ्य, चिकित्सा इतिहास, उम्र, आय या जोखिम वाले किसी अन्य वजह से कवर देने से इनकार कर सकती है या सीमित कवरेज के साथ बीमा कर सकती है।
पारिवारिक योजना :
पारिवारिक फ्लोटर एक अनूठी योजना है, जिसके तहत एक ही योजना से पूरे परिवार को सुरक्षा मिलती है। पूरे परिवार के लिए निश्चित रकम का स्वास्थ्य बीमा होता है और पूरे परिवार के लिए एक ही प्रीमियम देना पड़ता है। दरअसल इस योजना में बीमा राशि परिवार के सभी सदस्यों में फैली रहती है। योजना का प्रीमियम परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य की उम्र के हिसाब से तय होता है। फ्लोटर योजनाएँ किसी अन्य योजना के मुकाबले परिवार के लिए बेहतर होती हैं। इसके कुछ कारण हैं।
पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा के फायदे
1. पारिवारिक फ्लोटर योजना लचीलापन देती है। इसे एक उदाहरण से समझें। मान लीजिए एक परिवार पति, पत्नी और बच्चे का पाँच लाख रुपये का बीमा कराता है। इस बीमित रकम का इस्तेमाल तीनों में किसी के भी अस्पताल में भर्ती होने पर किया जा सकता है। अगर पति के इलाज में तीन लाख रुपये खर्च हो गये तो बाकी बचे दो लाख का इस्तेमाल जरूरत पडऩे पर पत्नी और बच्चे के इलाज में हो सकता है।
2. व्यक्तिगत बीमा के मुकाबले पारिवारिक योजनाएँ किफायती होती हैं। इस योजना में प्रीमियम 3-4 लोगों में बँट जाता है और उतनी ही निश्चित रकम के लिए कम खर्च आता है।
हालाँकि पारिवारिक बीमा योजनाओं की कुछ कमियाँ भी हैं। पारिवारिक योजनाओं का प्रीमियम आम तौर पर परिवार के सबसे वरिष्ठ व्यक्ति की उम्र पर निर्भर करता है। अगर सबसे वरिष्ठ व्यक्ति की उम्र 48-52 साल हो तो प्रीमियम की रकम बढ़ सकती है। साथ ही बहुत सी कंपनियाँ 20 साल से उम्र के ज्यादा के व्यक्ति को बच्चा नहीं मानतीं। इसलिए पारिवारिक बीमा योजनाएँ युवा परिवारों के लिए सबसे ज्यादा मुफीद होती हैं। ऐसा देखा गया है कि अगर सही उम्र और समय पर पारिवारिक बीमा योजनाएँ ली जायें तो प्रीमियम करीब 55% कम होता है।
स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले विचार करें :
1. बच्चों की बीमा सुरक्षा की उम्र सीमा: सबसे ज्यादा अंक उस कंपनी को दें जो सबसे ज्यादा उम्र तक बच्चों को सुरक्षा दे।
2. परिवार के कितने सदस्यों को सुरक्षा।
3. अधिकतम नवीनीकरण उम्र : आजीवन नवीनीकरण की गारंटी वाली योजनाएँ बेहतर होती हैं।
4. अस्पताल में भर्ती होने से पहले और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद के खर्चों का भुगतान होगा या नहीं।
5. दैनिक नकद लाभ।
6. मुफ्त स्वास्थ्य जाँच लाभ।
7. पहले से मौजूद बीमारियों पर बीमा सुरक्षा।
8. गैर-एलोपैथिक इलाज का भुगतान।
9. गंभीर बीमारियों पर अतिरिक्त रकम।
10. बिना दावे के नवीनीकरण पर छूट या नो-क्लेम बोनस।
(निवेश मंथन, जुलाई 2013)