रोजगार
अगर आप इस समय नयी नौकरी की तलाश में हैं तो यह आपके लिए अच्छा समय है। मई 2010 की तुलना में मई 2011 के दौरान कंपनियों ने काफी ज्यादा नौकरियाँ दी हैं। नौकरी डॉट कॉम ने नौकरियों का घटना-बढऩा मापने के लिए एक जॉब स्पीक सूचकांक बना रखा है, जो इस दौरान 19% ऊपर आ गया है।
ठीक पिछले महीने, यानी अप्रैल 2011 से भी यह सूचकांक 2% ऊपर है। लगभग सभी क्षेत्रों में नयी भर्तियों को लेकर उत्साह दिख रहा है। नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट चलाने वाली कंपनी इन्फो एज इंडिया के सीईओ और एमडी हितेश ओबेरॉय का कहना है कि नयी नौकरियों के लिहाज से 2011 की पहली छमाही काफी अच्छी रही है। लेकिन अब कंपनियों के सामने अपने ऐसे कर्मचारियों को बचाये रखने की होगी, जिन्होंने अपनी क्षमताएँ साबित कर रखी हों।
वैसे तो लगभग हर क्षेत्र में स्थिति बेहतर हुई है, लेकिन टेलीकॉम, बीमा, बैंक वगैरह की बदौलत सेवा क्षेत्र ने काफी अच्छा सुधार दिखाया है। अप्रैल के मुकाबले मई में टेलीकॉम क्षेत्र में 24% की बढ़त दिख रही है। इसी तरह बीमा क्षेत्र में 21% और बैंक क्षेत्र में 13% की बढ़त दिख रही है। आईटी सॉफ्टवेयर और आईटीईएस में लगभग स्थिर हालत है। लेकिन मई के दौरान कैपिटल गुड्स और कंस्ट्रक्शन जैसे कुछ क्षेत्र जरूर ढीले पड़े हैं।
क्षेत्रों के हिसाब से जैसा प्रदर्शन दिख रहा है, उसके मुताबिक ही बैंकिंग पृष्ठभूमि वाले कर्मचारियों की मांग में तेजी आयी है। मई 2011 के दौरान बैंकिंग क्षेत्र के पेशेवरों की मांग में 18% की बढ़त दिखी। मार्केटिंग क्षेत्र के लोगों की मांग में भी 11% की बढ़ोतरी हुई। आईटी सॉफ्टवेयर, एकाउंट्स और आईटीईएस के पेशेवरों की मांग लगभग 4% बढ़ी। लेकिन सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट से जुड़े लोगों की मांग 4% घटी है। इसी तरह उत्पादन के लोगों की मांग में 2% कमी दिखी है।
शहरों की तुलना करें तो कोलकाता नयी नौकरियाँ देने में आगे दिख रहा है। मई में यहाँ की नौकरियों में 14% की बढ़त दर्ज की गयी। इसके बाद बेंगलूरु में 9% और दिल्ली में 7% की दर से नयी नौकरियाँ बढ़ीं। पुणे और चेन्नई में यह रफ्तार 6% की रही। हैदराबाद की नौकरियों में भी 5% बढ़ोतरी हुई।
(निवेश मंथन, अगस्त 2011)