देश की प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (बीएचईएल) का तिमाही मुनाफा 46.5% बढ़ा। जनवरी-मार्च 2011 तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2798 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को 1910 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
कंपनी की कुल आय जनवरी-मार्च 2011 में 18544 करोड़ रुपये रही। पिछले साल की समान अवधि में यह 14153 करोड़ रुपये रही थी। मगर आमदनी और मुनाफे में यह बढ़त भी बाजार को खुश नहीं कर सकी। नतीजों के बाद यह शेयर बुरी तरह पिट गया।
एंजेल ब्रोकिंग ने इन नतीजों में आय और मुनाफा दोनों को अपने अनुमानों से कमजोर बताया। इसने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि तीसरी तिमाही की तरह ही चौथी तिमाही में भी कंपनी को एकाउंटिंग संबंधी बदलावों का फायदा मिला। चौथी तिमाही में कंपनी का मार्जिन काफी अच्छा रहा। लेकिन एंजेल का मानना है कि घरेलू और विदेशी दोनों तरह की कंपनियों से प्रतिस्पर्धा तीखी होती जा रही है। ऐसे में कंपनी के लिए लंबी अवधि में अपने मार्जिन और बाजार हिस्सेदारी को मौजूदा स्तरों पर बनाये रखना मुश्किल होगा। इन्हीं चिंताओं की वजह से एंजेल ने इसे उदासीन (न्यूट्रल) रेटिंग दी, मतलब इसका झुकाव न खरीदारी की तरफ है न बिकवाली की तरफ।
(निवेश मंथन, अगस्त 2011)