अशोक अग्रवाल, सीओओ, एस्कॉट्र्स सिक्योरिटीज
वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज
इस कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 68% के ऊँचे स्तर पर है। यह शेयर कारोबारी साल 2012-13 की अनुमानित आय के आधार पर 10 से कम के आकर्षक पीई अनुपात पर उपलब्ध है। साथ ही प्राइस और बुक वैल्यू का अनुपात देखें तो केवल 0.53 है, जो एक कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनी के लिए आकर्षक कहा जा सकता है।
इन सबके आधार पर यह निवेश के लिए एक अच्छा शेयर बन जाता है। अगर यह कंपनी अपने कंज्यूमर ड्यूरेबल कारोबार को आंशिक रूप से या पूरी तरह बेचना चाहे या कारोबार का पुनर्गठन करे तो यह इस शेयर में नयी चाल आने का एक कारण बन सकता है। इसके अलावा, शेयर बाजार में बीते 12 महीनों में इसका प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से धीमा रहा है। इस वजह से भी इसमें आगे चल कर अच्छी बढ़त आने की उम्मीद रहेगी। मेरा अनुमान है कि यह शेयर मार्च 2012 के अंत के भाव 172 रुपये की तुलना में अगले 12 महीने के दौरान 290 रुपये तक चढ़ सकता है।
मिंडा इंडस्ट्रीज
यह कंपनी ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए स्विच, लाइटिंग और ब्लो मोल्डेड उत्पाद बनाती है। यह भारत में दोपहिया और चारपहिया वाहनों के सभी प्रमुख उत्पादकों को पुर्जों की आपूर्ति करती है। ऑटो पुर्जा क्षेत्र अब विदेशी कंपनियों के साथ भी साझेदारी की ओर बढ़ रहा है। इसका मकसद भारत को आउटसोर्सिंग का केंद्र बनाने के साथ-साथ इसे आरएंडडी का भी एक वैश्विक केंद्र बनाना है।
सकारात्मक जनांकिकी (डेमोग्राफी), कर्ज आसानी से उपलब्ध होने और आय के बढ़ते स्तर से भारत में ऑटो कंपनियाँ अगले 5-10 वर्षों तक एक अच्छी रफ्तार से आगे बढ़ती रह सकती हैं। मिंडा के प्रबंधन ने इसे ध्यान में रखते हुए आक्रामक विस्तार योजनाएँ तैयार की हैं। इसने कारोबारी पुनर्गठन के तहत अपने रियल एस्टेट विभाग को बेच दिया। कंपनी का प्रबंधन मजबूत है और इसके पास ऐसे अच्छे उत्पादों की कतार है, जिन्हें सभी ओईएम इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही यह आकर्षक मूल्यांकन पर भी उपलब्ध है। इसका पीई अनुपात 11 है, जबकि मूल्य और बुक वैल्यू का अनुपात 1.3 है। इस लिहाज से यह निवेश के लिए आकर्षक लग रहा है। इसका 12 महीनों का लक्ष्य भाव 320 रुपये का है, जो मार्च के अंत में 184 रुपये के भाव से अच्छी बढ़त की गुंजाइश दिखाता है।
वीए टेक वबाग
वीए टेक औद्योगिक इकाइयों और नगरपालिकाओं के लिए सीवेज सफाई, प्रसंस्करण, पेयजल को शुद्ध करने, बहिस्स्राव (एफ्लुएंट) की सफाई, कीचड़ (स्लज) की सफाई, और विलवण (डीसैलिनेशन) के काम करती है। पिछले चार सालों में कंपनी की आमदनी सालाना औसतन (सीएजीआर) 29% बढ़ी है, जबकि इस दौरान मुनाफा सालाना औसतन 74% बढ़ा है। अभी यह शेयर बीते 12 महीनों की आय के आधार पर 17 के पीई पर चल रहा है।
पानी की सफाई पर सालाना निवेश करीब 200 अरब रुपये रहने का अनुमान है, जो इस कंपनी के सामने काफी बड़े अवसर रखता है। इस कंपनी के पास ऑर्डर बुक मजबूत है। देश के अंदर और अन्य देशों में नये भौगोलिक क्षेत्रों में कदम रखने की संभावना भी बनती है। साथ ही कंपनी अधिग्रहण के रास्ते भी अपना कारोबार फैला सकती है, क्योंकि इसकी बैलेंस शीट मजबूत है। इन सब बातों के साथ-साथ अच्छा मूल्यांकन इसे निवेश के लायक शेयर बनाता है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा
महिंद्रा एंड महिंद्रा ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों में से एक है। कंपनी का प्रबंधन और कॉर्पोरेट प्रशासन भी अच्छा है। बीते कुछ समय में इसने कई सफल उत्पादों को बाजार में उतारा है। ये उत्पाद कंपनी की आमदनी में काफी बढ़ोतरी करने की क्षमता रखते हैं। महिंद्रा की बिक्री बीते पाँच सालों के दौरान सालाना औसतन (सीएजीआर) 28% की दर से बढ़ी है। इस अवधि में मुनाफा बढऩे की सालाना औसत दर 35% रही है। अच्छी बढ़त और शानदार रिटर्न ऑन कैपिटल (आरओसी) के साथ-साथ प्रबंधन की गुणवत्ता और विस्तार योजनाओं को देख कर इसे निवेश के लिए चुना जा सकता है। मौजूदा भावों पर यह बीते 12 महीनों की आय के आधार पर 16 के पीई पर चल रहा है। विभिन्न हिस्सों की कीमत जोडऩे (सम ऑफ पाट्र्स या एसओपी) के आधार पर मूल्यांकन करें तो इसके शेयर भाव में 20% से ज्यादा बढ़ोतरी की संभावना दिखती है।
एग्रो टेक फूड्स
एग्रो टेक फूड्स खाद्य तेलों और ब्रांडेड खाद्य के बाजार की प्रमुख कंपनियों में से एक है। इसमें अमेरिकी कंपनी कोनाग्रा फूड्स और दक्षिण अफ्रीकी कंपनी टाइगर ब्रांड्स की 51.77% हिस्सेदारी है। कई उत्पाद श्रेणियों में यह प्रभावशाली बाजार हिस्सेदारी रखती है। इसके पास सनड्रॉप, हेल्दी वल्र्ड, ऐक्ट टू और रथ जैसे प्रमुख ब्रांड हैं। इसकी मूल कंपनी अपने कुछ नये ब्रांडों को भी इसके जरिये भारतीय बाजार में उतार सकती है, जिससे कंपनी के मार्जिन में सुधार आयेगा। एग्रो टेक फूड कर्जमुक्त कंपनी है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इसे शेयर भाव में गिरावट आने पर खरीदा जा सकता है और अच्छे लाभ की उम्मीद की जा सकती है। इसका 12 महीनों का लक्ष्य भाव 570 रुपये का है।
(निवेश मंथन, अप्रैल 2012)