शर्मिला जोशी, निवेश सलाहकार
भारतीय बाजार के लिए चीन, ब्रेक्सिट आदि वैश्विक कारक और सुधारों की
शर्मिला जोशी, निवेश सलाहकार
भारतीय बाजार के लिए चीन, ब्रेक्सिट आदि वैश्विक कारक और सुधारों की गति एवं जीएसटी जैसे आंतरिक कारक चिंता के मुख्य विषय हैं। भारत के विकास की कहानी, उभरते बाजारों में सर्वश्रेष्ठ होना और पूँजीगत व्यय सुधार के आरंभिक संकेत मिलना सकारात्मक बातें हैं। ब्रेक्सिट के चलते अस्थिरता रहेगी और अगर वैश्विक बाजार गिरे तो भारतीय बाजार पर भी असर होगा। इन बाहरी जोखिमों के बीच अब भारतीय बाजार को अगले स्तर तक ले जाने के लिए आतंरिक संकेतों के अनुकूल होने की जरूरत होगी।