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- Category: दिसंबर 2016
संदीप त्रिपाठी :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1,000 रुपये के नोटों की बंदी की घोषणा कर दी। राजनीतिक विरोधियों ने पहले तो प्रधानमंत्री के इस कदम के उद्देश्य का समर्थन किया, और फिर इसके तरीके और जनता की परेशानी की आड़ में विरोध शुरू कर दिया। आम जनता %प्रतीक्षा करो और निगरानी रखो’ के मूड में दिखी। 28 नवंबर को तथाकथित %भारत बंद’ के विपक्ष के आह्वान का हस्र साफ संकेत देता है कि जनता अपने नाम पर किसी को सियासी खेल खेलने देने की अनुमति देने के पक्ष में नहीं है।
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- Category: दिसंबर 2016
राजेश रपरिया :
मोदी सरकार का दावा है कि विमुद्रीकरण के क्रांतिकारी फैसले से विकास दर में इजाफा होगा। ब्याज दरों के गिरने से माँग में वृद्धि होगी, जिससे पूँजी निवेश को जोरदार प्रोत्साहन मिलेगा। निस्संदेह तुरंत ऐसा लगा भी। देश के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सावधि जमाओं पर ब्याज दरें घटा दी। कुछेक अन्य बैंकों ने भी ऐसा किया। तब लगा कि कर्जों की ब्याज दरें भी नीचे आयेंगी और ब्याज दरें कम होने से कर्ज वृद्धि दर में उछाल आयेगी। बैंकों के साथ ही अर्थव्यवस्था की गाड़ी सरपट दौडऩे लगेगी।
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- Category: दिसंबर 2016
राजेश रपरिया :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण के फैसले से कई उद्योगों के हौसले पस्त हैं। पर म्यूचुअल फंड उद्योग की खुशी का ठिकाना नहीं है। सरकारी आकलन है कि इस फैसले से 10 लाख करोड़ रुपये की नकदी बैंकों में बढ़ेगी। म्यूचुल फंड उद्योग को उम्मीद है कि इसका एक बड़ा हिस्सा उसके खाते में आयेगा।
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- Category: दिसंबर 2016
ब्याज दरों में गिरावट का क्रम शुरू हो गया है और वित्तीय सलाहकार निवेशकों को इससे संबंधित सलाह देने में जुट गये हैं और कई तरह के निवेश विकल्पों की सलाह दे रहे हैं। लक्ष्य है पोर्टफोलिओ में ऐसा बदलाव ताकि इस गिरावट का अधिकतम फायदा उठाया जा सके। लेकिन जानकार यह भी कहते हैं कि ब्याज दरों में गिरावट का फायदा उठाने की सोच रहे निवेशक को विकल्पों का चयन करते समय जोखिम उठाने की अपनी क्षमता को ध्यान में रखना चाहिए।
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आईसीआईसीआई डायरेक्ट का मानना है कि अगले 12-18 महीनों में दीर्घकालिक निवेशकों के लिए उत्कृष्ट निवेश अवसर मिलने की संभावना है। ब्रोकिंग फर्म की सलाह है कि निवेशकों को मौजूदा अस्थिरता के कारण हताश नहीं होना चाहिए और बाजार में मौजूदा कमजोरी से लाभान्वित होने के लिए एसआईपी या नियमित निवेश शुरू कर देना चाहिए।
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- Category: दिसंबर 2016
म्यूचुअल फंडों में कम उम्र में निवेश करना कई तरह से फायदेमंद होता है, लिहाजा यह अवसर नहीं गँवाना चाहिए।
निवेश का फलसफा एकदम सीधा है कि वर्तमान में इसे जितनी जल्दी शुरू किया जाये, भविष्य उतना ही बेहतर बन सकता है। आप जितनी जल्दी निवेश शुरू करते हैं, उस पर हासिल होने वाला प्रतिफल आपके लिए और व्यापक प्रतिफल का आधार तैयार करता है। निवेश की भाषा में कहें तो इससे चक्रवृद्घि ब्याज हासिल होता रहता है।
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- Category: दिसंबर 2016
विभिन्न म्यूचुअल फंड अब ऐसे समाधान प्रस्तुत करने लगे हैं, जिनमें पैसे डालने-निकालने के मामले में तो वैसी ही सहूलियत हो जितनी बैंक खाते में होती है, मगर प्रतिफल ज्यादा मिले।
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- Category: दिसंबर 2016
राजीव रंजन झा :
पिछले अंक से अब तक भारतीय शेयर बाजार को दो बड़ी बातों ने प्रभावित किया। अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की अप्रत्याशित जीत हुई। इससे वैश्विक बाजारों में घबराहट फैली और भारतीय बाजार पर भी असर हुआ। पर वैश्विक बाजार तुरंत सँभल गये। ट्रंप के चुने जाने का भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था पर कोई दूरगामी असर नहीं लगता। यह नतीजा आने के बाद से अमेरिकी बाजारों और साथ ही वैश्विक बाजारों में स्थिरता है। अमेरिकी शेयर बाजार तो फिर से नयी रिकॉर्ड ऊँचाइयों को छू रहा है।
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- Category: दिसंबर 2016
राजीव रंजन झा : नोटबंदी के फैसले पर कुछ लोग कह रहे हैं कि लंबी अवधि में यह फायदेमंद रहेगा। दूसरी ओर कुछ लोगों को यह आशंका है कि इससे आर्थिक गतिविधियाँ रुकेंगी। क्या इससे तीसरी और चौथी तिमाही के लिए कंपनियों की आय के आकलन गड़बड़ा नहीं जायेंगे?
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टैक्सी एग्रीगेटर ऐप्प ओला ने राइड शेयरिंग के लिए एक कनेक्टेड कार प्लेटफॉर्म ओला प्ले पेश किया है, जो कार के अंदर ग्राहकों के अनुभव में काफी बदलाव ला सकता है। ओला प्ले उपयोगकर्ताओं को अत्याधुनिक कार कंट्रोल, पर्सनलाइज्ड कंटेंट और पूरी तरह से कनेक्टेड इंटरैक्टिव अनुभव देगा।
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- Category: दिसंबर 2016
महँगाई के मोर्चे पर राहत की खबर है। अक्टूबर 2016 में थोक महँगाई दर यानी डब्ल्यूपीआई घट कर चार महीने के निचले स्तर 3.39% पर आ गयी है। सितंबर में भी थोक महँगाई दर घट कर 3.57% रही थी। वहीं अगस्त की थोक महँगाई दर 3.74% से संशोधित हो कर 3.85% कर दी गयी है। खुदरा महँगाई दर अक्टूबर में 4.3% से घट कर 4.2% रही है जो 14 महीनों का सबसे निचला स्तर है। सबसे ज्यादा राहत दालों की महँगाई से मिली है, जो सितंबर के 14% से गिर कर अक्टूबर में 4% के करीब आ गयी है।
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- Category: दिसंबर 2016
मारुति सुजुकी ने अपनी लोकप्रिय हैचबैक कार वैगन आर का सीमित संस्करण %वैगन-आर फेलिसिटी’ पेश किया है। यह एलएक्सआई और वीएक्सआई वर्जन में तैयार किया गया है। वैगनआर एलएक्सआई की कीमत 4.40 लाख रुपये और वीएक्सआई मॉडल की कीमत 5.37 लाख रुपये रखी है।
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