शोमेश कुमार
निवेश सलाहकार
निवेशकों के लिए इक्विटी सबसे अच्छा संपत्ति वर्ग (एसेट क्लास) है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध सुधर रहे हैं और इसके चलते व्यापारिक संभावनाओं और भारतीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार हो रहा है। पर भूराजनीति (जियोपॉलिटिक्स) के चलते अनिश्चितताएँ रहेंगी। अगले छह महीने में भूराजनीति ही भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाला मुख्य कारक होगा। घरेलू मोर्चे पर इस दौरान कंपनियों के तिमाही नतीजे सबसे ज्यादा प्रभावित करेंगे।
देश की जीडीपी चालू वित्त-वर्ष में और 2024-25 में भी 6% रहने का अनुमान है। भारतीय बाजारों का प्रदर्शन विदेशी बाजारों के समानांतर रह सकता है। रिजर्व बैंक फिलहाल अपनी दरों को स्थिर रखेगा और अगले वित्त-वर्ष की दूसरी तिमाही से ब्याज दरों में कटौती शुरू करेगा।
सेंसेक्स का छह महीने और एक साल की अवधि में 70,000 का लक्ष्य है। इस दौरान निफ्टी 21,000 पर पहुँच सकता है। (निवेश मंथन, जून 2023)