पंकज पांडेय
रिटेल रिसर्च प्रमुख, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज
कंपनियों की आय (कॉर्पोरेट अर्निंग), जीडीपी वृद्धि और जीएसटी एवं नरम महँगाई दर जैसे आर्थिक संकेतक बाजार के लिए सकारात्मक हैं।
पर वैश्विक मंदी की चिंताओं और भूराजनीतिक (जियोपॉलिटिकल) हालात का भारतीय बाजार पर नकारात्मक असर हो सकता है। देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में 6.5% रह सकती है। भारतीय बाजारों का प्रदर्शन वैश्विक बाजारों के मुकाबले उम्मीद से बेहतर रहने का अनुमान है। इस साल बैंक और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों का प्रदर्शन बाजार से तेज रह सकता है। रिजर्व बैंक चालू वित्त-वर्ष के अंत तक ब्याज दरों में कटौती शुरू कर सकता है।
अगले छह महीने में सेंसेक्स 68,000 और निफ्टी 20,400 का स्तर छू सकता है। वहीं, एक साल की अवधि में सेंसेक्स 71,600 पर और निफ्टी 21,500 के स्तर तक पहुँच सकते हैं। (निवेश मंथन, जून 2023)