धीरेंद्र तिवारी
रिसर्च प्रमुख, एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग
पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) में सुधार होना बाजार के लिए प्रमुख सकारात्मक पहलू है।
वहीं देश में राजनीतिक स्थिरता आने वाले समय में भारतीय बाजार के लिए एक बड़ी चिंता बनेगी। अगले छह महीने में भारतीय बाजार चुनावी माहौल से ही सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। पर राज्यों के चुनावों का बहुत महत्व नहीं रहेगा या इसके चलते हल्का सकारात्मक असर हो सकता है। रिजर्व बैंक अगले छह महीने तक ब्याज दरें स्थिर रख सकता है। भारतीय बाजार अगले एक साल में वैश्विक बाजारों से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में देश की जीडीपी 7% रह सकती है।
अगले छह महीने में सेंसेक्स 71,500 और निफ्टी 21,300 के करीब रह सकता है। एक साल की अवधि में निफ्टी 22,500 और सेंसेक्स 73,000 तक जाने का अनुमान है। (निवेश मंथन, जून 2023)