अनिल चोपड़ा, ग्रुप डायरेक्टर, बजाज कैपिटल :
मेरी उम्र 32 साल और सालाना आय 11.25 लाख रुपये है। मैं लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड पोर्टफोलिओ बनाने में आपकी सलाह चाहता हूँ।
मेरे वित्तीय लक्ष्य :
1. बेटी की शादी : वर्तमान मूल्य के अनुसार मुझे लगभग 25 लाख रुपये की जरूरत होगी। अभी वह दो साल की है, इसलिए 24-25 साल बाद मुझे इन पैसों की जरूरत होगी।
2. बेटी की शिक्षा : अब से 14-15 साल बाद वर्तमान मूल्य के अनुसार मुझे 10-15 लाख रुपये की जरूरत होगी।
3. अपनी सेवानिवृत्ति : मेरे वर्तमान खर्च लगभग 25,000 रुपये प्रति माह हैं। मैं सुनिश्चित नहीं हूँ कि सेवानिवृत्ति के समय मुझे कितने पैसों की जरूरत होगी।
4. मकान खरीदना : मैंने दो साल पहले मकान खरीदा है, जिसकी ईएमआई 27,000 रुपये (20 साल के लिए) है। मैं यह ऋण 10 साल में खत्म करना चाहता हूँ और अब से लगभग 8 साल बाद इस मकान को बेच कर वर्तमान मूल्य के अनुसार एक करोड़ रुपये का मकान नया आवास ऋण (होम लोन) ले कर खरीदना चाहता हूँ।
वर्तमान निवेश/बचत :
अभी मैं ईपीएफ में मासिक 4,500 रुपये का योगदान कर रहा हूँ और 5,000 रुपये मासिक का पीपीएफ है। मेरे पास एक करोड़ रुपये का सावधि बीमा (टर्म प्लान) है। साथ ही नियोक्ता की ओर से 22 लाख रुपये (दुर्घटनावश मृत्यु होने पर 55 लाख रुपये) का सावधि बीमा भी है। मैंने स्वयं और परिवार के लिए 3 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा करा रखा है।
कृपया सलाह दें कि मुझे किस तरह का म्यूचुअल फंड पोर्टफोलिओ बनाना चाहिए। मेरे सारे लक्ष्य लंबी अवधि के हैं, इसलिए मैं इक्विटी फंडों में निवेश पर विचार कर रहा हूँ। इक्विटी, हाइब्रिड, बैलेंस्ड, डेब्ट या अन्य किसी प्रकार के फंड में मेरा आवंटन किस अनुपात में होना चाहिए। इक्विटी में मुझे कितना प्रतिशत लार्ज कैप, मिड कैप एवं स्मॉल कैप में रखना चाहिए? इन श्रेणियों में कुछ अच्छे फंडों के नाम भी सुझायें।
कृपया फंडों को मेरे लक्ष्यों के साथ संबद्ध करें। क्या मुझे सेवानिवृत्ति के बाद की जरूरतों के लिए मौजूदा ईपीएफ और पीपीएफ निवेश के अलावा अलग से भी निवेश करने की जरूरत है?
- अमर पाल सिंह, दिल्ली
आपकी उम्र, खर्चों और जिम्मेदारियों के मुताबिक आपको एक करोड़ रुपये का एक अतिरिक्त सावधि बीमा (टर्म प्लान) लेने की जरूरत है। अपना फेमिली फ्लोटर (हेल्थ इंश्योरेंस) 5 लाख रुपये का रखें। आपने जो वित्तीय लक्ष्य बताये हैं, उनके लिए आपको इस प्रकार से मासिक बचत करनी चाहिए :
1. बेटी की शादी (25 साल बाद) : 5,800 रुपये
2. बेटी की शिक्षा (15 साल बाद) : 7,200 रुपये
3. सेवानिवृत्ति : आपके वर्तमान खर्चों को देखते हुए आपको सेवानिवृत्ति कोष के रूप में 77 लाख रुपये की जरूरत होगी। पीपीएफ और ईपीएफ में अपनी बचत जारी रखें, उनसे आपकी सेवानिवृत्ति संबंधी जरूरत पूरी हो जायेगी।
4. मकान : काफी कुछ इस बात पर निर्भर होगा कि उस समय आपका फ्लैट कितने में बिकता है। मान लें कि आप नया मकान लेने के लिए उसकी कीमत के 80% का आवास ऋण लेंगे। आपका डाउनपेमेंट वर्तमान मूल्य के अनुसार 20 लाख रुपये का होगा, जो 8 वर्ष में महँगाई दर के अनुसार बढ़ कर 32 लाख रुपये का होगा। इतनी राशि जमा करने के लिए आपको मासिक 21,300 रुपये की बचत करनी होगी।
अगर यह मान कर चलें कि आप मध्यम जोखिम उठाने वाले व्यक्ति हैं, तो आपके लक्ष्यों के अनुरूप संपदा आवंटन इस प्रकार होगा :
1. विवाह : ऋण 40%, इक्विटी 60%
2. शिक्षा : ऋण 40%, इक्विटी 60%
3. आवास : ऋण 60%, इक्विटी 40%
4. सेवानिवृत्ति : आपकी वर्तमान बचत सेवानिवृत्ति के लिए कोष जुटाने के लिहाज से सही है। आपकी पीपीएफ राशि लगभग 19.20 लाख रुपये और ईपीएफ राशि लगभग 2.30 करोड़ रुपये की हो जायेगी। (नियोक्ता भी आपके योगदान के बराबर योगदान करता है और सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष मानी गयी है।)
पोर्टफोलिओ बनाने की रणनीति
आप अपने पोर्टफोलिओ में मुख्य फंडों में 80-90% निवेश करें और अन्य सहायक फंडों में बाकी निवेश।
मुख्य भाग : इसमें लार्ज कैप फंडों में 30%, फ्लेक्सी कैप में 30%, मिड कैप में 20% और वैल्यू स्टाइल फंडों में 10% निवेश करें। इस भाग में आप लार्ज कैप श्रेणी में बिड़ला सन लाइफ एडवांटेज या ऐक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी को चुन सकते हैं। फ्लेक्सीकैप श्रेणी में आप या तो एचडीएफसी इक्विटी या आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल डायनामिक प्लान लें। मिड कैप श्रेणी में एचडीएफसी मिडकैप अपॉर्चुनिटीज और फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज अच्छे विकल्प हैं। वैल्यू स्टाइल श्रेणी में आप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी में पैसा लगा सकते हैं।
सहायक भाग : इस हिस्से में अपना 10% निवेश रखें। इसमें आप इन्फ्रास्ट्रक्चर श्रेणी से फ्रैंकलिन बिल्ड इंडिया फंड को चुन सकते हैं, जिसने साल 2010 से लगातार अपनी श्रेणी के अन्य फंडों और अपने मानदंड (सीएनएक्स 500) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
मेरी सलाह होगी कि जब आप अपने एक वित्तीय लक्ष्य से 12 महीने दूर हों, तो उस समय एसआईपी रोक दें और उस निवेश को क्रमश: इक्विटी से निकाल कर डेब्ट में ले जायें, ताकि आपका कोष सुरक्षित रहे।
(निवेश मंथन, जुलाई 2017)