विकास खेमानी
सीईओ, कार्नेलियन एसेट एडवाइजर्स
बाजार के लिए हमारी धारणा सकारात्मक है। स्थिरता के साथ विकास और राजकोषीय समझदारी (फिस्कल प्रूडेंस) बाजार के लिए मुख्य सकारात्मक पहलू हैं,
जबकि चुनावों का बाजार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। अगले छह महीने में बाजार के लिए चुनाव ही सबसे महत्वपूर्ण कारक रह सकता है। हालाँकि राज्यों के विधान सभा चुनावों का असर नहीं होगा। वैश्विक कारकों में निवेश प्रवाह (फ्लो) सबसे महत्वपूर्ण रहेगा।
चालू वित्त-वर्ष और 2024-25, दोनों में देश की विकास दर 7% पर रह सकती है। ब्याज दरें घटाने के मामले में आरबीआई अभी लगभग साल भर का समय ले सकता है। चालू वित्त-वर्ष की पहली तिमाही में कॉर्पोरेट आय बढ़ने की दर 0-10% के दायरे में रहने वाली है। अगले 12 महीनों में जो क्षेत्र शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं, उनमें बीएफएसआई, ऑटो और विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) शामिल हैं। इस अवधि में एफएमसीजी और टेलीकॉम में दबाव देखने को मिल सकता है।
इस साल के अंत तक सेंसेक्स 70,000 और निफ्टी 20,000 पर पहुँच सकता है। वहीं साल भर बाद यानी जून 2024 के लिए सेंसेक्स का हमारा लक्ष्य 75,000 और निफ्टी का लक्ष्य 21,000 का है। (निवेश मंथन, जून 2023)