सुरेंद्र कुमार गोयल
निदेशक, बोनांजा पोर्टफोलिओ
इस समय निफ्टी विश्व के अधिकांश बाजारों से तेज चल रहा है। महँगाई नियंत्रण में है, वहीं ब्याज दरें ऊँची हैं। कच्चे तेल के भाव अच्छे दायरे में हैं।
हमारी तेज चाल बनी रह सकती है और निफ्टी मध्यम से लंबी अवधि में पहले 20,000, फिर 21,000 और 22,500 के लक्ष्यों को छू सकता है। गिरावटों में 18,500 और 18,000/17,500 प्रमुख समर्थन स्तर होंगे। कारोबारी और निवेशक अच्छे शेयरों में निवेश करें और जोखिम प्रबंधन पर ध्यान दें।
इस साल और अगले साल आर्थिक वृद्धि के संबंध में नीतिगत निर्णयों में चुनाव प्रमुख भूमिका निभायेंगे। यदि केंद्रीय सत्ताधारी दल चुनाव हारता है तो इससे वृद्धि को लेकर नीतिगत निर्णय प्रभावित होंगे।
देश की जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त-वर्ष में 7% और अगले वित्त-वर्ष 2024-25 में 7.5% रह सकती है। ऊँची ब्याज दरों के बावजूद भारतीय बाजार में तेजी बनी हुई है और ये वैश्विक बाजारों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। महँगाई काबू में है और कच्चे तेल के भाव भी नियंत्रित बने हुए हैं। ये भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं। रिजर्व बैंक एक से दो तिमाहियों तक ब्याज दरें स्थिर बनाये रख सकता है। (निवेश मंथन, जून 2023)