कृष सुब्रमण्यम
निवेश सलाहकार, स्टॉक मसाला
घरेलू खुदरा निवेशकों की भागीदारी से शेयरों की माँग बढ़ेगी और मूल्यांकन का स्तर ऊपर जायेगा।
खुदरा निवेशकों की भागीदारी बाजार के लिए सबसे अहम कारक है। अगर कोई ब्लैक स्वान यानी अचानक हो जाने वाली बहुत बुरी घटना हो, तो यह बाजार के लिए नकारात्मक पहलू हो सकता है।
अगले छह महीनों में महँगाई दर और ब्याज दरों की स्थिति बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगी। आरबीआई की दरें स्थिर ही बने रहने की संभावना है, अभी इनमें कमी की गुंजाइश नहीं लग रही। वैश्विक कारकों में भूराजनीति (जियोपॉलिटिक्स) का बड़ा असर हो सकता है। राज्यों के आगामी चुनाव बाजार को प्रभावित नहीं करेंगे।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कॉर्पोरेट आय में 10-20% तक की ग्रोथ देखने को मिल सकती है। अगले 12 महीनों में इलेक्ट्रॉनिक्स, रसद और बिजली क्षेत्र में तेजी दिख सकती है। मगर एफएमसीजी क्षेत्र में कमजोरी दिख सकती है। साल भर बाद यानी जून 2024 तक के लिए सेंसेक्स का लक्ष्य 71,000 और निफ्टी का लक्ष्य 20,500 है। एक लाख तक पहुँचने में सेंसेक्स को अभी समय लगेगा और यह 2030 तक हो पाने की संभावना दिखती है। (निवेश मंथन, जून 2023)