हेमेन कपाडिया
संस्थापक, चार्ट्स पंडित
बाजार में गिरावटें आने पर मेरा सकारात्मक नजरिया होगा। भारत की आबादी हमारे बाजार के लिए सबसे सकारात्मक पहलू है,
जबकि राजनीति का नकारात्मक असर रहता है। मेरा अनुमान है कि अगले छह महीने में सेंसेक्स 65,000 के आस-पास, जबकि निफ्टी 19,000 के स्तर के आस-पास होगा। इस दौरान महँगाई और ब्याज दरें बाजार को सबसे ज्यादा प्रभावित करेंगी। भारत की जीडीपी चालू वित्त-वर्ष में जहाँ 6% रहने का अनुमान है, वहीं 2024-25 में यह 6.25% रह सकती है। भारतीय बाजार का प्रदर्शन अगले 12 महीने के दौरान वैश्विक बाजारों के अनुरूप ही रह सकता है। मेरे मुताबिक इस अवधि में फार्मा क्षेत्र का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर हो सकता है, जबकि धातु (मेटल) सेक्टर का प्रदर्शन बाजार से कमजोर रहेगा। रिजर्व बैंक फरवरी 2024 तक ब्याज दरें स्थिर रख सकता है। (निवेश मंथन, जून 2023)