अविनाश गोरक्षकर
रिसर्च प्रमुख, प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज
भारतीय बाजार अब उड़ने के लिए तैयार है।
इसे मजबूत अर्थव्यवस्था, सरकार की ओर से बुनियादी ढाँचे में बहुत बड़े निवेश, मजबूत पूँजीगत निवेश (कैपेक्स) और विदेशी निवेशकों की रुचि से दम-खम मिल रहा है। निवेशकों को मजबूत नकद प्रवाह (कैश फ्लो) और कारोबारी मॉडल वाली अच्छी कंपनियों पर ही केंद्रित रहना चाहिए।
भारतीय बाजार के लिए सबसे बड़े सकारात्मक संकेत हैं मजबूत विकास दर, स्थिर रुपया, अच्छा विदेशी निवेश आना और कंपनियों का दृढ़ प्रदर्शन। पर महँगाई, ऊँची ब्याज दरें और वैश्विक मंदी बाजार के लिए मुख्य चिंताएँ हैं।
चालू वित्त-वर्ष में देश की जीडीपी 6.5% और 2024-25 में 7% रह सकती है। भारतीय बाजार का प्रदर्शन वैश्विक बाजारों के मुकाबले बेहतर रह सकता है। मेरा अनुमान है कि सेंसेक्स अगले छह महीने में 66,000 और निफ्टी 20,000 के स्तर तक जा सकता है। वहीं, एक साल में सेंसेक्स 68,000 और निफ्टी 21,500 के लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। (निवेश मंथन, जून 2023)