अरविंद पृथी
बाजार विश्लेषक, इन्डिओ
मैं भारतीय बाजार को लेकर बहुत आशावादी हूँ, क्योंकि भारत एक नाजुक वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच एक उज्ज्वल जगह है।
बाजार के लिए मुद्रास्फीति के नियंत्रित आँकड़े, जीएसटी संग्रह के बेहतर आँकड़े और बड़े निवेशकों द्वारा निवेश की घोषणा से एक सकारात्मक माहौल बना हुआ है। मगर मानसून में देरी या उम्मीद से कम बारिश होने पर बाजार में चिंता पैदा हो सकती है। अगले 12 महीनों में एफएमसीजी, केमिकल स्पेशलिटी, ऑटो और फार्मा क्षेत्रों में तेजी रह सकती है। अगले छह महीनों के लिहाज से देखें तो चुनाव बाजार के लिए अहम कारक रहेंगे। चालू वित्त-वर्ष में देश की विकास दर 6.8% रह सकती है। वहीं अगले वित्त-वर्ष में विकास दर 7.1% रहने का अनुमान है। (निवेश मंथन, जून 2023)