अनुज गुप्ता
वीपी (रिसर्च), आईआईएफएल सिक्योरिटीज
बाजार इस समय तेजी के दौर में है। हालाँकि अगले छह महीने में भारतीय बाजार के लिए देश का चुनावी माहौल सबसे बड़ा मुद्दा होगा।
राज्यों के जो विधान सभा चुनाव होने हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण रहेंगे और मेरा अनुमान है कि इनका बड़ा सकारात्मक असर होने वाला है। साथ ही महँगाई दर कम होना, ऊँची विकास दर, कच्चे तेल के भाव नरम रहना, रुपये में मजबूती और एफपीआई खरीदारी भी बाजार के लिए सकारात्मक पहलू हैं। अंतरराष्ट्रीय तनाव जरूर चिंता पैदा कर सकते हैं। देश की जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त-वर्ष में 9% और 2024-25 में 10% रहने का अनुमान है। भारतीय बाजारों का प्रदर्शन विदेशी बाजारों के मुकाबले अनुमान से बेहतर रह सकता है। रिजर्व बैंक अगले छह महीने तक ब्याज दरें स्थिर रख सकता है। (निवेश मंथन, जून 2023)