आनंद टंडन
बाजार विश्लेषक, ग्रिफन एडवाइजरी
बाजार में इस कैलेंडर वर्ष की अंतिम दो तिमाहियों में बाजार का रुख नीचे रह सकता है और उसके बाद यह फिर ऊपर चलेगा।
अगर महँगाई नियंत्रण में रही तो कंपनियों की आय (अर्निंग) बाजार अनुमानों से कम रहेगी। चालू वित्त-वर्ष की पहली तिमाही में कॉर्पोरेट आय में वृद्धि 0-10% के दायरे में रहने का अनुमान है। व्यापक अर्थव्यवस्था (मैक्रो) में स्थिरता बाजार के लिए सबसे अधिक सकारात्मक पहलू है। मगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुस्ती चिंता का विषय है।
चालू वित्त-वर्ष में देश की विकास दर 6.5% और अगले वित्त-वर्ष में 6.3% रह सकती है। दिसंबर 2023 तक सेंसेक्स 59,000 और निफ्टी 17,500 तक गिर सकता है। जून 2024 तक सेंसेक्स के फिर से सँभल कर 69,000 और निफ्टी 20,600 तक चढ़ने की आशा है। (निवेश मंथन, जून 2023)