अजय बग्गा
निजी निवेशक
अभी बाजार मजबूत दिख रहा है, पर उसके बाद यह एक दायरे में अटकेगा और इस साल के अंत तक इसमें गिरावट आ सकती है।
अगले छह महीने में सेंसेक्स 60,000 पर और निफ्टी 17,000 पर आ सकते हैं। उसके बाद एक साल की अवधि में सेसेक्स 65,000 और निफ्टी 18,700 के स्तर पर रह सकते हैं। घरेलू वृद्धि, भारत में खपत की कहानी और युवा आबादी हमारे बाजार के लिए सकारात्मक पहलू हैं। पर भारतीय बाजार के लिए वैश्विक मंदी, भूराजनीतिक (जियोपॉलिटिकल) जोखिम और आम चुनाव प्रमुख चिंताएँ हैं।
चालू वित्त-वर्ष में देश की जीडीपी 5.7% पर रह सकती है और वित्त-वर्ष 2024-25 में इसके 6.1% रहने का अनुमान है। एक साल में भारतीय बाजारों का प्रदर्शन वैश्विक बाजारों के समान ही रहेगा। अमेरिका में मंदी अगले छह महीने में भारतीय बाजार के लिए सबसे अहम कारक होगी। (निवेश मंथन, जून 2023)