छोटी कारें (4 मीटर से कम) : इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा भ्रम और घालमेल है।
चार मीटर से कम की पेट्रोल और डीजल कारों पर टैक्स करीब 2.5% टैक्स कम हो जायेगा। अभी इन पर टैक्स 31.4% के आसपास है। लेकिन अब यह घट कर 1% सेस के बाद भी 29% ही रह जायेगा। इसी श्रेणी की डीजल कारों पर सेस 3% होगा, लेकिन फिर भी यह मौजूदा 33.4% टैक्स से कम, 31% ही होगा।
मँझोली कार (1500 से कम) : 4 मीटर से बड़ी, लेकिन 1500 सीसी से कम क्षमता वाली कारों के दाम में 3% तक कमी मुमकिन है। अभी इनमें सभी टैक्स मिला कर कुल टैक्स 46.6% तक चला जाता है। लेकिन अब 15% सेस के बावजूद 43% टैक्स ही होगा।
मँझोली कार (1500 सीसी से अधिक) : 1500 सीसी से अधिक की कारों के दाम में तो भारी कमी का अनुमान है। इस श्रेणी में अभी कुल टैक्स करीब 52% है। लेकिन अब 28% जीएसटी और 15% सेस लगाने के बावजूद कुल टैक्स 43% ही रहेगा।
एसयूवी : जो लोग एसयूवी के शौकीन है उनके लिए समझ लीजिए कि जीएसटी शानदार मौका बन कर आया है। अभी लग्जरी एसयूवी पर टैक्स 55% से भी ज्यादा हो जाता है। लेकिन अब जीएसटी के बाद ये सिर्फ 43% रह जायेगा, यानी टैक्स में साढ़े 12% की जोरदार कमी। कंपनियों ने तो दाम घटाने के साफ-साफ संकेत दे दिये हैं।
हाइब्रिड कार
ऑटो क्षेत्र में सिर्फ यही श्रेणी है जिसकी गाडिय़ाँ जीएसटी लागू होने के बाद काफी महँगी हो जायेंगी। हाइब्रिड गाडिय़ों पर मौजूदा टैक्स 30% है, लेकिन अब यह बढ़ कर 43% हो जायेगा, यानी टैक्स में 13% की भारी उछाल आयेगी।
(निवेश मंथन, जुलाई 2017)