उद्देश्य
आपकी जोखिम क्षमता आपके उद्देश्यों के हिसाब से काफी बदल जाती है।
क्या आप अपने बच्चे की शिक्षा के लिए 15 साल बाद होने वाले खर्च को ध्यान में रख कर निवेश कर रहे हैं, या अगले तीन साल में अपने परिवार के लिए एक कार खरीदने के उद्देश्य से? आपके लंबी अवधि और छोटी अवधि के लक्ष्य आपकी जोखिम क्षमता को भी प्रभावित करते हैं और निवेश के विकल्पों को भी। आप अलग-अलग उद्देश्यों के लिए निवेश के अलग-अलग साधनों को चुन सकते हैं। आपके वित्तीय उद्देश्यों के लिए आपकी जोखिम क्षमता तय करने में आपकी आय और जिम्मेदारियाँ प्रमुख कारक हैं। अपने सभी निवेशों पर विचार करें।
धैर्य
इक्विटी में निवेश जोखिम भरा होने के साथ-साथ लंबी अवधि में अधिक लाभप्रद भी है। निवेश के मामले में धैर्य एक खास कौशल है। बाजार में तनिक भी उतार-चढ़ाव आने पर आवेग में उठाये गये आपके कदम आपके निवेशों के मूल्य में पूरी वृद्धि नहीं होने देंगे। इससे आपके निवेश उद्देश्य भी प्रभावित हो सकते हैं। आवेग भरा ऐसा व्यवहार आपकी जोखिम क्षमता पर असर डालता है।
जानकारी
आप निर्णय लेने वाले व्यक्ति हैं। और, आपके निर्णय के लिए सबसे मजबूत सहारा है आपकी जानकारी। बाजार के बारे में सीखने, शेयरों के बारे में रिसर्च करने और अपने पोर्टफोलिओ में अच्छी गुणवत्ता वाले शेयर चुनने में थोड़ा समय लगता है। जीवन के आरंभिक वर्षों में निवेश करना ज्यादा फलदायी होता है, लेकिन जानकारी पाने के बारे में एक नियमित प्रयास महत्वपूर्ण है। याद रखें, जानकारी पाने में निवेश करना सबसे अच्छा निवेश है। इसलिए जब भी आप इक्विटी में निवेश की योजना बनायें तो शेयरों के बारे में अपनी जानकारी और लंबे समय तक टिक सकने के आधार पर निवेश करें। शेयर बाजार के बारे में आपकी जानकारी जोखिम से बचने पर असर डाल सकती है। ठ्ठ
निर्भरता
यह समझ लें कि जब आप निवेश कर रहे हैं तो उस निवेश पर आपकी निर्भरता कितनी है। इस पर अपने परिवार की निर्भरता भी समझ लें। टिके रहने और अपना निवेश बनाये रखने की आपकी क्षमता लंबी अवधि में अच्छे नतीजे दे सकती है। बेहतर होगा कि निवेश का विकल्प चुनने से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार से मशविरा कर लें। आपकी निर्भरता समय के साथ बदल सकती है और खास कर आपके वित्तीय लक्ष्यों का समय करीब आ जाने पर ऐसा हो सकता है।
असर डालने वाले कारक
यह जानें कि आपके फैसलों को प्रभावित करने वाले कारक कौन-से हो सकते हैं। कोई मुश्किल समय भी आ सकता है। निवेश की अवधि में बाजार की चाल इधर-उधर हो सकती है। आपकी वित्तीय प्राथमिकताएँ बदल सकती हैं, या आय के स्रोतों में अंतर आ सकता है। आपके निवेश निर्णयों को कौन-कौन सी बातें प्रभावित कर सकती हैं, इनका आकलन कर लें। आपकी जोखिम क्षमता आँकने के लिए आपके निवेश के साथ आपका सामंजस्य होना जरूरी है।
(निवेश मंथन, मई 2017)