अदि गोदरेज, चेयरमैन, गोदरेज समूह :
जीडीपी के तीसरी तिमाही के आँकड़े क्या आपके लिए चौंकाने वाले हैं?
नहीं, ये चौंकाने वाले आँकड़े नहीं हैं। मैं ऐसे आँकड़े की उम्मीद कर रहा था, क्योंकि इस दौरान पुनर्मुद्रीकरण (रीमॉनेटाइजेशन) काफी अच्छे ढंग से हुआ था। इसलिए मैं (जीडीपी के) आँकड़े अच्छे रहने की ही उम्मीद कर रहा था।
खुद गोदरेज इंडस्ट्रीज का तीसरी तिमाही का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। क्या आपकी अपनी कंपनी का प्रदर्शन आपको संकेत दे रहा था कि जीडीपी के आँकड़े अच्छे आयेंगे?
हाँ।
फिर नोटबंदी के बाद सब तरफ एक सामान्य निराशा का भाव क्यों था, जिसमें कोई 6% विकास दर की बात कर रहा था तो कोई इससे भी कम की?
यह एक सामान्य निराशा का भाव नहीं था, बल्कि यह सब राजनीतिक विरोध था।
तो क्या यह निराशा जमीनी हकीकत नहीं थी?
नहीं। (नोटबंदी का) विकास दर पर काफी असर नहीं था और ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत अच्छी वृद्धि हो रही थी।
(निवेश मंथन, मार्च 2017)